महाशिवरात्रि को शिव और शक्ति के मिलन का प्रतीक माना जाता है. कुछ लोगों का मानना है कि इस दिन भगवान शिव पहली बार शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे. इसलिए, महाशिवरात्रि को शिव जी के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है
महाशिवरात्रि को जागरण की रात भी कहा जाता है. इस दिन रात में जागने का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है. वैज्ञानिक रूप से देखें तो महाशिवरात्रि की रात में ब्रह्मांड में ग्रह और नक्षत्रों की ऐसी स्थिति बनती है जिससे शरीर के भीतर की ऊर्जा प्राकृतिक रूप से ऊपर ब्रह्मांड की ओर जाने लगती है.
महाशिवरात्रि पर शिवभक्त भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं. इस दिन शिव जी की बारात भी निकाली जाती है.

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